आगरा : ताजनगरी के बालूगंज स्थित IG/DIG बंगले की बाउंड्रीवाल में मौजूद जमीन के सौदे में नई मंडी थाना पुलिस ने सोमवार देर शाम बड़ी कार्रवाई की। DIG बंगले को पुश्तैनी जमीन बताकर दो बार एग्रीमेंट रजिस्टर कराने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने सदर तहसील में सेटिंग कर वसीयत के आधार पर जमीन का ट्रांसफर भी करा लिया था। खुलासा होने के बाद ट्रांसफर निरस्त कर दिया गया है। पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
आपको बता दें कि बालूगंज स्थित DIG बंगले की जमीन 6 बीघा से ज्यादा है। जिसमें नजूल की जमीन के साथ खेवट भी है। खेवट वाली जमीन पहले हबीब उल रहमान के नाम दर्ज थी। सबसे पहले खेवट में हबीब उल रहमान का नाम हटाकर खलीलुल रहमान का नाम जोड़ दिया गया। 2 अप्रैल 2012 को खलीलुल रहमान की मृत्यु हो गई तो उनकी 14 फरवरी 2012 की वसीयत प्रकाश में आई। जिसके आधार पर नामांतरण के लिए तहसील में प्रार्थना पत्र दिया गया। जिस पर मार्च 2024 में खलीलुल रहमान का नाम हटाकर इकबाल खां, फिरोज खां, मोहम्मद सलीम खां, फैसल खां, इरशाद खां व दिलशाद खां का नाम खेवट में जोड़ दिया गया। नामांतरण व वसीयत प्रस्तुत करने से पहले ही आरोपियों ने 2020 में दयालबाग निवासी राकेश कुमार व उसके दोस्त के नाम दो इकरारनामा कर दिया था।
थाना प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि नामांतरण के बाद जून 2024 में इकबाल खां, फिरोज खां, मोहम्मद सलीम खां, फैसल खां, इरशाद खां व दिलशाद खां ने खलीलुल रहमान का नाम हटाकर इस जमीन का तीसरा इकरारनामा बिग डैडी फर्म के सौरभ बंसल व शाहिद रजा के नाम कर दिया। जब राकेश कुमार को इस बात की जानकारी हुई तो वह कोर्ट चले गए। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर 15 मई 2025 को नाई की मंडी थाने में दो मुकदमे दर्ज हुए। जिसमें विक्रेता और क्रेता दोनों को नामजद किया गया। मुकदमों में इकबाल खान, इरशाद खान, फिरोज खान, दिलशाद खान, फैसल खान और क्रेता सौरभ बंसल, शाहिद रजा को नामजद किया गया है। धर्मेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि नाई की मंडी थाने में दो मुकदमों में नामजद होने के बाद सौरभ बंसल ने खुद पीड़ित बनकर रकाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें उसने एग्रीमेंट करने वाले को नहीं बल्कि अपने दोस्तों सनी जैन, कपिल अग्रवाल और प्रशांत जैन को आरोपी बनाया है।
थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि बड़ी अथाई निवासी जूता व्यापारी दिलशाद खान को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ की गई कि डीआईजी बंगले की जमीन उसकी कैसे हो गई? वह जमीन को पैतृक संपत्ति कैसे बताने लगा? जमीन के इतने एग्रीमेंट क्यों किए? पूछताछ में दिलशाद खान ने खुलासा किया है कि आखिरी एग्रीमेंट सौरभ बंसल और शाहिद रजा से हुआ था। इन दोनों ने उससे वादा किया था कि वे जमीन पर कब्जा करा देंगे। यह भी कहा था कि हमारी अच्छी सेटिंग है, सारा काम करा देंगे।
आरोपी दिलशाद मीडियाकर्मी शाहिद रजा का परिचित है। शाहिद रजा की कमला नगर निवासी घी कारोबारी सौरभ बंसल से दोस्ती है। शाहिद रजा ने सौरभ को मोटा मुनाफा दिलाने का वादा कर उससे जमीन का एग्रीमेंट साइन करा लिया था। शर्त यह थी कि एग्रीमेंट में उसे भी शामिल किया जाएगा। क्योंकि, एग्रीमेंट के बाद जमीन पर कब्जा होना था। इसलिए जमीन डीआईजी के बंगले की बाउंड्रीवाल के अंदर होने से इसमें कई बड़े खिलाड़ी शामिल थे। जिनके बारे में भी जानकारी मिली है।
